
उपाधि हासिल करना ही शिक्षा का उद्देश्य नहीं बल्कि व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना, आत्मबल के साथ अनुशासन पैदा करना और चरित्र का निर्माण करना विद्यार्थी का मूल उद्देश्य होना चाहिए |
श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़ेमाननीय कुलाधिपति महोदय

शिक्षा न केवल व्यक्तिगत भविष्य के लिए बल्कि हमारे समाज की भलाई के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा है। शिक्षण, अनुसंधान और सेवा में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध, विश्वविद्यालय का लक्ष्य भारत और दुनिया भर में उच्च शिक्षा की आवश्यकताओं को पूरा करना है ।
प्रो. बी.पी. सारस्वतकुलगुरु