युवाओं से मेरी यह अपेक्षा है कि वे प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के ज्ञान को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में विकसित करते हुए भारत की इस महान विरासत के जरिए राष्ट्र को नई दिशाएं दें।
श्री हरिभाऊ किसनराव बागड़ेमाननीय कुलाधिपति महोदय
एक विचार लें और उस विचार को अपना जीवन बना लें, उसके बारें में सोचे, उसी के सपने देखें, अपने दिल एवं दिमाग को उसे पूरा करने में लगा दें और अन्य सभी विचारों का त्याग कर दें | यही सफलता का मूल मंत्र है |
प्रो. कैलाश सोडानीकुलपति